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सबसे बड़ा बल
Jungle Story सबसे बड़ा बल:- एक जंगल था, उस जंगल में बहुत से जानवर रहते थे। शेर भी रहता था। वह बूढ़ा हो चला था। उसे शिकार करने में कठिनाई होती थी। बड़े दिनों से उसे कोई शिकार नहीं मिला था। इसलिए उसने अपने साथी ऊंट को ही अपना शिकार बना लिया। ऊंट को वहीं छोड़कर स्वयं स्नान करने के लिए चल दिया। चलते चलते शेर ने अपने साथी गीदड़ से कहा ‘मित्र तुम इसकी रखवाली करना इसे कोई दूसरा जानवर झूठा न करने पाये। मैं स्नान करके अभी आता हूँ। मैं स्वयं तो इसे खाऊंगा ही साथ ही अपने सभी साथियों को भी खाने को दूंगा।’ (Jungle Stories | Stories)
गीदड़ सोचने लगा। अब कौन सी ऐसी चाल चली जाये जिससे कि मुझे पूरे का पूरा ऊँट खाने को मिल जाए। उसने सोचा शरीरिक बल में तो शेर सवा सेर है सुना है सबसे बड़ा बल बुद्धि बल है। मैं इसी के सहारे इस शेर को मजा चखा सकता हूँ। स्वयं यह मांस खा सकता हूँ। गीदड़ यही सब सोच रहा था। उसी समय थोडी़ देर में एक कौवा कांव कांव करने लगा। और ऊँट को पड़ा देखकर कौए के मुंह में पानी आ गया। उसे देखकर गीदड़ ने कहा’ कहो मित्र भूख लग रही है। ‘यह सुनकर कौवा प्रसन्न हो गया। उसने कहा हाँ। भूख लग रही है। बहुत जोर से लग रही है।
गीदड़ मन ही मन योजना बनाते हुये बोला ‘आओ मित्र मेरे रहते भूखे क्यों हो। ऊंट को एक कोने से खाना शुरू करो पेट भर कर खा लो। मैं शेर को समझा लूंगा। तुम जल्दी खाकर भाग जाना कौवा तुरन्त फुर्र से उड़कर नीचे आया उसने जैसे ही ऊंट को चोच मारी। गीदड़ जोर से चिल्लाया 'कहा भागो भागो स्वामी आ रहे हैं।’ (Jungle Stories | Stories)
कौवा बेचारा अपनी जान बचाकर उड़ गया। शेर का कहीं अता पता नहीं था...
कौवा बेचारा अपनी जान बचाकर उड़ गया। शेर का कहीं अता पता नहीं था काफी देर बाद शेर आया। शेर को आता देखकर गीदड़ ऊंट के पास उसी स्थान के निकट खड़ा हो गया। जहां कौए ने चोंच मारी थी। उसी स्थान को जानबूझकर घूर घूर कर देख रहा था। वह चाह रहा था कि शेर देख ले। कौवे ने इसमें चोर मार दिया है।
गीदड़ के मन की हो गयी। शेर ने आते ही देख लिया था। वह दहाड़ा 'किसने मेरे’ शिकार पर मुँह मारा है। वहीं पास में भेड़िया खड़ा था वह गीदड़ की ओर देखने लगा। वह सोचने लगा। देखें अब यह क्या उत्तर देता है। भेड़िए को देखकर गीदड़ ने कहा ‘अब मुझे टुकुर टुकुर क्या ताक रहे हो। पहले तुझे मना किया था। तब तो माना ही नहीं जैसी करनी वैसी भरनी। अब भुगत अपने किये का फल। (Jungle Stories | Stories)
यह सुनकर जैसे ही शेर ने भेड़िए की ओर देखा। भेड़िया नौ दो ग्यारह हो गया।
शेर अभी सोच ही रहा था क्या करें। उसी समय गीदड़ को दूर से ऊँटों का काफिला आता दिखाई दिया। एक साथ कई ऊंटों को आता देखकर शेर घबरा गया। गीदड़ के पास बुद्धि बल था। उसने शेर से कहा अब क्या अब तो कई ऊँट आ रहे हैं। शेर ने कहा ‘तुम झटपट पता लगाकर आओ। ये सब ऊँट एक साथ इस तरफ क्यों आ रहे हैं। (Jungle Stories | Stories)
गीदड़ मन ही मन में उत्तर सोचते हुए तेजी से गया और तेजी से आया। उसने कहा भेड़िये ने सारी बात जाकर ऊँटों का बता दी है। आपने उनके साथी को मारा है। इसलिए जंगल के सारे ऊँट आपसे बदला लेने आ रहे हैं।’ अब तो शेर के होश ही उड़ गये। तब बिना चू चपड़ किये वह भाग गया। उसने सोचा इतने सारे ऊंट मिलकर तो मेरा कचूमर बना डालेंगे। जब शेर भाग गया तो उसके अन्य सारे साथी भी दुम दबाकर भाग गये।
अब क्या अब तो गीदड़ के पौं बारह थे। वह खुशी में झूमता हुआ। ऊँट की लाश के पास पहुंचा। उसे खीचेते हुए अपनी गुफा में ले गया। वह कई दिनों तक अपने परिवार के साथ उसे खाता रहा और साथ ही साथ यह भी कहता रहा वास्तव में सबसे बड़ा बल बुद्धिबल है। (Jungle Stories | Stories)
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